बेटी

मेरी बेटी आज दहलीज पार कर गई
मां बाप की तरबियत पर सवाल कर गई
नाज था खुद से ज्यादा जिस पर
वो आज मेरा अंदाज बदल गई
मेरी बेटी आज दहलीज पार कर गई
जिसकी सिसकती सांसों पर मेरी दुनिया थम जाती थी
आज मेरी सांसों को सिसकता छोड़ गई
कहती थी पापा की परी हूँ, आज परी नहीं सिर्फ आंसुओं की झड़ी छोड़ गई ।
मेरी बेटी आज दहलीज पार कर गई

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