मेरा परिचय

क्षीरजा

मैं मुस्कान थारानी (क्षीरजा) विद्यालय में प्राचार्या पद पर कार्यरत हूं। मुझे लिखने का शौक कॉलेज के समय से था। जब भी मैं उदास होती थी ,कलम उठा लेती थी। फिर जीवन की जिम्मेदारियों ने कलम का साथ छुड़वा दिया।धीरे धीरे जिंदगी आगे बढ़ती गई और मेरी कलम कहीं पुरानी संदूकों में छुप गई।

मेरी ज़िंदगी में मेरे जीवन साथी ने मुझे वापस ये एहसास दिलाया कि क्यों नहीं मैं वापस लिखना शुरू करती।सोशल मीडिया के माध्यम से मैंने अपनी यात्रा वापस शुरू की है। उम्मीद है आप सभी के साथ से मेरा सफर बहुत रोमांचित होगा।